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Tuesday, November 11, 2008

First Aid & Emergency: Electric Shock

प्राथमिक चिकित्सा और आपातकाल: इलेक्ट्रिक शॉक

इलेक्ट्रिक शॉक: (बिजली का झटका)

यह एक बहुत ही आम दुर्घटना है जो कई बार घातक हो सकती है.

बिजली के झटके का प्रभाव :

१. जब किसी व्यक्ति को एक बिजली के उपकरण या तारों या स्विचबोर्ड के पास चिल्लाते हुए पाया जाता है.

२. एक व्यक्ति बिजली के उपकरण के पास एक चीख के बाद बेहोश हो जाता है या तेज़ी से झतके खाता हुआ दिखायी पड़े.

३. किसी भी स्पष्ट चोट के बिना बेहोश व्यक्ति दिखायी पड़े या जलती हुई गंध महसूस करें.

४. सड़क पर राह चलते किसी व्यक्ति पर बिजली गिरने पर.

५. एक व्यक्ति के आसपास शोर्ट सिर्किट के लक्षण दिखायी पड़े.

जब एक व्यक्ति को झटका हो रहा हो, तब आप क्या कर सकते हैं

१. मुख्य स्विच बंद करें

२. तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए फोन करें

३. रोगी और बिजली के स्रोत के बीच के संपर्क को तोडें

४. याद रखें - पीड़ित को छूना मत चाहे वह करीब के प्यारे रिश्तेदार क्यों न हों

५. अगर श्वास और दिल की धड़कन बंद हो गए हैं तो आप उनको दे सकते ह कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सी.पी.आर) दे सकते हैं.

६. अगर व्यक्ति, साँस ले रही है लेकिन बेहोश है, तो उसकी करवट बदल दें.

क्या नहीं करना चाहिए:

१. व्यक्ति को किसी भी तरह से ना छुएं,

२. बिजली की आग पर पानी ना छिडकें

३. हाई वोल्टेज बिजली के पास ना जाएँ

४. तुरंत मदद के लिए फ़ोन करें या किसी को बुलाएँ

बिजली के झतके के बारे में कुछ तथ्य :

बिजली का झटका लगना एक आपात स्थिथि है यदि व्यति को ज्यादा देर का झटका लगे तो उसकी जान जा सकती है.

यदि विद्युत धारा आपके शरीर के माध्यम से गुजरता , आपके दिल की लय संतुलन को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है या दिल का दौरा पड़ने की संभावना हो सकती है और आपके शरीर के आंतरिक हिस्सों के नुक्सान का कारण हो सकता है.

कभी कभी बिजली के झतके जिस् से आपके गिरने की संभावना हो सकती है और आपकी हड्डियों में चोट आने की सम्भावना हो सकती है.

पानी में खड़े व्यक्ति के लिए बिजली खतरनाक हो सकती है.

बहुधा पूछे जानेवाले प्रश्न

१. मरीज को क्या प्राथमिक उपचार दी जानी चाहिए ?

बुद्धिमत्तापूर्ण एवं तुंरत सक्रिय कार्यवाही की जरूरत होती है. विद्युत आघात वाले को छूने में सावधानी बरते यदि अभी भी उसे करेंट लगी हो, वरना आपको भी झतका लग सकता है.

यदि भुक्त भोगी अभी भी विद्युत तार के संपर्क में है तो आप उसे सूखी लकड़ी की छड़ी या बाँस को फँसा क्र अलग करें. यह काम आप अपने हाथों से भी कर सकते हैं. ध्यान रखें कि आपके हाथ मोटी रबर या सूखा कपड़ा या अखबार को मोड़कर करें.

एक बार जब व्यक्ति धारा से हटकर अवस्था में आ जाए तो तुंरत उसो मुख श्वसन दें और छाती कि मालिश करें यदि हृद्य कि धड़कन उर्श्वास का चलना रुक गया है. यह प्रक्रिया चालू रखें, चाहे व्यक्ति को अस्पताल लेकर जा रहे हो.

शरीर के प्रभावित भागों को एक नरम पट्टी के साथ घाव को छिपाना चाहिए.

भोगी को जल्द से जल्द अस्पताल ले जाएँ.

Men's Health - Hydrocele

पुरुषों का स्वास्थ्य : हायड्रोसिल (Hydrocele)

हायड्रोसिल क्या है ?

• हायड्रोसिल, एक तरल पदार्थ है जो अंडकोश की थैली (scrotum) के भीतर स्पर्मटिक कॉर्ड (spermatic cord) के साथ पाया जाता है |
• तरल पदार्थ का एक छोटा सा राशि आमतौर पर चारों ओर टेस्टिस (testes) के मौजूद रहता है | हायड्रोसिल, एक दर्दरहित तरल पदार्थ से निर्माण है जो सामान्य स्तर से एक या दोनों अंडकोष में पाया जाता है |
• हायड्रोसिल, जन्मजात हो सकता है या उसका अधिग्रहण जन्म के बाद हो सकता है |
• जन्मजात हायड्रोसिल पुरुष शिशु में हो सकता है और अक्सर जीवन के पहले वर्ष के दौरान गायब हो जाता है |
• वयस्कों में अधिग्रहीत हायड्रोसिल, ऊसन्धि क्षेत्र में चोट लगने के कारण या फिर संक्रमण या कई मामलों में एक अज्ञात कारण से हो सकता है |
• यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन अधिकांश पुरुषों में ४० उम्र से यह अधिक पाया जाता है | हायड्रोसिल के कारण से अंडकोश की थैली या ऊसन्धि क्षेत्र को सूजन आती है |
• जभी सूजन हद से अधिक मात्रा में बढ जाती जाती है, तभी इस द्रव को निकालने से उसका उपचार हो सकता है |
• इसको प्रोसस्सस वजिनलिस (Processus Vaginalis), पेटेंट प्रोसस्सस वजिनलिस (Patent Processus Vaginalis) भी कहा जाता है |

हायड्रोसिल क्यों होता है ?

• हायड्रोसिल होना नवजात शिशुओं में आम हैं |
• सामान्य विकास के दौरान, अंडकोष पेट से एक ट्यूब के सहारे नीचे अंडकोश की थैली में उतरता है |
• जब यह ट्यूब किसी कारण बंद नही होती तभी परिणाम में हायड्रोसिल होता है | तरल पदार्थ खुली ट्यूब से हमेशा बहता रहता है |
• यह द्रव अंडकोश की थैली में जमा होता है | इसी कारण अंडकोश की थैली को सूजन आती है |
• हायड्रोसिल सामान्य रूप में जन्म के बाद कुछ ही महिनों में दूर हो जाता है, लेकिन उसकी उपस्थिति नए माता पिता में चिंता पैदा कर देती है | कभी कभी, हायड्रोसिल वंक्षण हर्निया (inguinal hernia) के साथ जुड़ा हो सकता है |
• हायड्रोसिल, सूजन या स्पर्माटिक कॉर्ड के भीतर तरल पदार्थ या खून के रुकावट द्वारा या अधिवृशन (epididymis) को चोट लगने के कारण से भी हो सकता है | इस प्रकार का हायड्रोसिल वृद्ध लोगों में ज्यादा पाया जाता है |

हायड्रोसिल के क्या लक्षण पाए जाते हैं ?

• हायड्रोसिल दर्दरहित रहता है, लेकिन सूजन होने से और खींचने की संवेदना से आमतौर पर असुविधा होती है |
• सूजा हुआ अंडकोष एक पानी के गुब्बारे की तरह महसूस होता है | और इस सूजन की स्थिति शरीर परिवर्तन के नही है |
• हायड्रोसिल एक या दोनों पक्षों को हो सकता है |


चिकित्सा परीक्षण के निष्कर्ष :

• एक शारीरिक परीक्षा के दौरान यह पाया है की, अंडकोश की थैली की सूजन दर्दनाक नहीं होती है |
• अक्सर, आसपास के तरल पदार्थ की वजह से अंडकोष को महसूस नहीं किया जा सकता है |
• इस तरल पदार्थ का आकार पेट या अंडकोश की थैली के दबाव के वजह से कम या ज्यादा होता है | अगर शरीर में द्रव के संग्रह का आकार बदलता है, तो यह अधिकतम वंक्षण हर्निया (inguinal hernia) के साथ जुड़े होने की संभावना है |