खसरा क्या है ?
खसरा रोग वायरस से होता है । इसके लक्षण हो सकते हैं - बुखार, खॉंसी, नाक का चलना, आँखे लाल होना और सारे शरीर पर दाने (मैक्यूलोपैपूलर, इरिथ्रोमेटस) आना और बच्चों में घातक एनसिफेलोपैथी का होना ।
यह कैसे होता है ?
यह एक वायरस से होनेवाला रोग है, जिसे पैरामिक्सो वायरस कहते हैं । यह हवा के द्वारा फैलता है । छींक, खॉंसी आदि से स्वस्थ व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है । इस अत्यंत संक्रामक रोग के लक्षण 3-6 दिन बाद दोनों रूप में प्रकट होते हैं ।
इसके मुख्य लक्षण क्या हैं ?
इसका प्रारूपिक लक्षण 3-4 दिन तक तेज बुखार आना होता है । इसके तीन लक्षणों को तीन सी -कॉफ, कॉराईजा (नाक चलना) और कन्जक्टिवाइटिस कहते हैं । मुखगुहा में ऊपरी दॉंतों के पास (तालू) सफेद धब्बे (कॉपलिक के धब्बे) दीखने पर खसरे का निदान हो जाता है । किन्तु ये धब्बे थोड़े समय के लिए होते हैं और एक दिन में ही गायब हो जाते हैं । खसरे का चारित्रिक लक्षण है कई दिन बुखार के बाद सारे शरीर पर लाल दाने होना होता है । यह पहले सिर पर होते हैं । फिर सारे शरीर पर हो जाते हैं । इसमें खुजली भी होती है ।
खसरे का निदान कैसे होता है?
खसरे का निदान बुखार, रैश और कॉपलिक के धब्बों पर आधारित होता है । संदेह होने पर वायरस या इम्यूनोलोजिकल टेस्ट करवाते हैं ।
खसरे की चिकित्सा कैसे की जाती है ?
खसरे की कोई विशिष्ट चिकित्सा नहीं है । कई रोगियों में सहायात्मक चिकित्सा की जरूरत पड़ती है ।
महत्वपूर्ण वेबसाईट -
health_childrens health _disease_measles
medilin plus medical encyclopedia : measles
No comments:
Post a Comment